Current Affair – 11 February 2023
1. हॉल ही में भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण द्वारा किस राज्य में लिथियम के भंडार होने की पुष्टि की गई है?
(a) हिमाचल प्रदेश
(b) अरुणांचल प्रदेश
(c) जम्मू कश्मीर
(d) लद्दाख
सही विकल्प (c) जम्मू कश्मीर
व्याख्या–
- भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) ने J&K केन्द्रशासित प्रदेश के रियासी जिले के सलाल-हैमाम क्षेत्र मे 5.9 मिलियन टन लिथियम का भंडार होने की पुष्टि किया है।
- वर्तमान में भारत लिथियम के लिए आायात पर निर्भर रहता है क्योंकि इसका भंडार USA, ऑस्ट्रेलिया, चिली, चीन, आर्जेन्टीना और बोलिविया में ही पाए गए हैं।
- वैश्विक स्तर पर 98 मिलियन टन लिथियम के भंडार उपलब्ध है जिसमें से अब भारत पास 5.5% उपलब्ध गया है।
- USA के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार बोलिविया में सर्वाधिक 21 मिलियन टन अर्जेन्टीना में 20 मिलियन टन, USA में 12 मिलियन टन, ऑस्ट्रेलिया में 7.9 मिलियन टन चीन में 6.8 मिलियन टन के बाद भारत 5.9 मिलियन टन लिथियम भंडार के साथ 7वें स्थान पर पहुंच गया है।
- GSI की इस खोज का खुलासा 9 फरवरी 2003 को 62वें केन्द्रीय भूवैज्ञानिक प्रोग्रामिंग बोर्ड की बैठक के दौरान किया गया।
- लिथियम की खोज Lithium Ion बैट्रियों के निर्माण में महत्वपूर्ण रूप से प्रगति प्रदान करेगा जो भारत की इलेक्ट्रिक वाहन की इंडस्ट्री में क्रान्तिकारी परिवर्तन लाएगा।
- इसे Li से प्रदर्शित किया जाता क्रमांक-3 इसका परमाणु क्र और परमाणुभार 6.941U है। इसे एल्कली मेटल्स की श्रेणी में रखा जाता है।
- लिथियम एक साफ्ट, सिल्वरी रंग वाला कम घनत्व वाली धातु है इसे white Gold भी कहा जाता है।
- Lithium Triangle – अर्जेन्टीना, बोलीविया, चिली का सम्मिलित क्षेत्र
2. 12 February 2023 को प्रधानमंत्री जी किस महापुरुष 200वीं जयंती के उपलक्ष्य में साल भर चलने वाले समारोह का उद्घाटन करेंगे ?
(a) महार्षि अरविन्द
(b) स्वामी दयानन्द सरस्वती
(c) लोकमान्य तिलक
(d) राजाराम मोहन राय
सही विकल्प (b) स्वामी दयानन्द सरस्वती
व्याख्या–
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 12 फरवरी 2023 को इंदिरागांधी इंडोर स्टेडियम-दिल्ली में महर्षि दयानन्द सरस्वती की 200वी जयंती के उपलक्ष्य में साल भर चलने वाले समारोह का उद्घाटन करेगे
- महर्षि दयानन्द सरस्वती का जन्म 12 फरवरी 1824 को टंकारा, गुजरात में एक ब्राम्हण परिवार में हुआ था इसके बचपन का नाम मूलशंकर था। इनकी माता यशोदाबाई एवं पिता लालजी तिवारी थे।
- इन्होंने तत्कालीन भारतीय सामाजिक असमानताओं से निपटने के लिए 1875 में आर्य समाज की पहली औपचारिक इकाई मुम्बई में स्थापित किया और बाद में इसका मुख्यालय लाहौर में स्थापित किया था।
- स्वामी जी धार्मिक नेता से बढ़कर एक समाज सुधारक थे, जिन्होंने भारतीय समाज पर गहरी छाप छोड़ी। स्वामी जी के सपनों को साकार करने के लिए 1886 में DAV कालेज (दयानन्द एंग्लो वैदिक स्कूल) अस्तित्व में आए पहला DAV स्कूल लाहौर में स्थापित किया गया था तथा महात्मा हंसराज जी इसके हेडमास्टर थे ।
- स्वामी जी ने 60 से अधिक पुस्तके लिखी, जिनमें से कुछ प्रमुख निम्न है। सत्यार्थ प्रकाश:, संस्कारविधि, ऋग्वेदभाष्यम, यजुर्वेदभाष्यम
- इन्होने शुद्धि आन्दोलन व वेदों की ओर लौटो / वेदों को लौटों आन्दोलन भी चलाया था
- कथित तौर पर दयानन्द सरस्वती जी को जोधपुर के महाराजा जसवंत सिंह द्वितीय के दरबार में आमंत्रित किया गया था, जहाँ एक षणयंत्र के तहत इनके खाने में कुछ मिलाया गया था जिसके कारण, कुछ दिनों में इनकी 1883 में मृत्यु हो गई।
- स्वामी पूर्णानन्द ने इन्हें दयानन्द सरस्वती नाम दिया था।
3. 10 फरवरी 2023 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की 9वीं व 10वीं वन्दे भारत ट्रेनों को कहाँ से लांच किया ?
(a) कर्नाटक
(b) महाराष्ट्र
(c) मध्य प्रदेश
(d) पश्चिमबंगाल
सही विकल्प (b) महाराष्ट्र
व्याख्या–
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 10 फरवरी 2023 को अपनी भारत महाराष्ट्र दौरे के क्रम में मुम्बई से देश की 9वीं व 10वीं वन्दे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
- इनमें से एक का संचालन (CST) मुम्बई से शिरडी वाया नासिक, त्रयम्वकेश्वर होगा जबकि दूसरी ट्रेन का संचालन मुंबई से सोलापुर वाया सिद्धेश्वर अक्कलकोट, तुलजापुर, पंढरपुर और आलंदा से होगा।
- 1128 यात्रियों को बैठने की क्षमता वाली ट्रेन मे आनबोर्ड वाई-फाई, GPS आधारित सूचना प्रणाली, एक्जीक्यूटिव श्रेणी में 180o घूमने वाली सीटे, बायो बैक्यूम शौचालय और डिफ्यूज टच आधारित LED लाइटिंग जैसी बेहतर यात्री सुविचार हैं
- अब महाराष्ट्र से 03 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन शुरू हो चुका है। इससे पूर्व मुम्बई सेंट्रल से गांधीनगर के लिए वंदे भारत का संचालन हो रहा है।
- प्रधानमंत्री जी ने अपने इस दौरे पर अंधेरी के मरोल मे दाउदी बोहरा समुदाय के प्रमुख शैक्षणिक संस्थान अलजामिया-तुस-सैफियाह के नए परिसर का उद्घाटन किया जहाँ अरबी शिक्षण प्रदान किया जाएगा।
- सभी 10 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन रूट निम्न हैं –
- नई दिल्ली- श्री वैष्णो देवी माता, कटरा
- नई दिल्ली – वाराणसी, उत्तर प्रदेश
- गांधीनगर राजधानी- अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल
- अंब अंदौरा – नई दिल्ली
- मैसूर – पुरची थलाइवर डॉ एमजीआर चेन्नई सेंट्रल
- नागपुर, महाराष्ट्र – बिलासपुर, छत्तीसगढ़
- हावड़ा – न्यू जलपाईगुड़ी, पश्चिम बंगाल
- सिकंदराबाद, तेलंगाना – विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश
- मुंबई – साईनगर शिर्डी, महाराष्ट्र
- मुंबई – सोलापुर, महाराष्ट्र
4. हॉल ही में चर्चा में रही NISAR (निसार) सेटेलाइट को किन दो देशों की अंतरिक्ष एजेंसियों से मिलकर तैयार कर रही है?
(a) ISRO – JAXA
(b) NASA – ISRO
(c) JAXA – CNSA
(d) ISRO-RUSCOSMOS
सही विकल्प (b) NASA – ISRO
व्याख्या–
- NISAR (NASA – ISRO SAR), NASA और ISRO द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की जा रही एक निम्न पृथ्वी कक्षा (LEW = Low Earth orbit) बेधशाला है।
- NISAR, 12 दिनों में पूरे ग्लोब नक्शा तैयार करेगा और पृथ्वी के, पारिस्थतिकी तंत्र बर्फ के द्रव्यमान, वनस्पति बायोमास, समुद्र के स्तर में वृद्धि, भूजल और भूकम्प, सुनामी, ज्वालामुखी और भू-स्खलन सहित प्राकृतिक खतरों को समझने के लिए स्थानिक और अस्थायी रूप से सुसंगत डेटा प्रदान करेगा।
- NISAR में S और L बैंड सिंथेटिक अपर्चर रडार (SAR) लगा होगा जो उच्च रिजाल्यूशन डेटा के साथ बड़े प्रमार्ज को प्राप्त करने के लिए स्वीप SAR तकनीक का उपयोग करता है।
- इस साझेदारी में NASA L-बैंड SAR पेलोड सिस्टम प्रदान करेगा जबकि ISRO S- बैंड SAR पेलोड की आपूर्ति करेगा। दोनों SAR सिस्टम एक बडें (लगभग 12 मी. व्यास) आकार के सामान्य अनफलरेबल रिफलेक्टर एंटीना का उपयोग करेंगे।
- इसके अलावा नासा मिशन के लिए पेलोड डेटा सबसिस्टम, हाइरेट साईंस डाउनलिंक सिस्टम GPS रिसीवर और सालिड स्टेट रिकार्डर सहित इंजीनियरिंग पेलोड प्रदान करेगा
- यह वेधशाला अपनी सटीक इंटरफेरोमेट्र्री कक्षाओं की मदद से भूमि की सतह में कुछ मिलीमीटर की विकृतियों की मैपिंग करने में सक्षम होगी
- NISAR भारतीय तटो डेल्टा क्षेत्र, तटरेखा कटाव व अभिवृद्धि पर भी नजर रखेगा तथा भारत के अन्टार्कटिका ध्रुवीय स्टेशनी के आसपास के समुद्रों पर समुद्री बर्फ की विशेषताओं का अध्ययन, समुद्री तेल रिसाव का पता लगाने व आकास्मिक तेल रिसाव के दौरान रिसाव स्थान का पता लगाने में भी मदद करेगा
- इस मिशन को 2024 की पहली तिमाही में सतीशधवन अन्तरिक्ष केन्द्र श्री हरिकोटा से GSLV से लांच किया जाएगा।
- 03 फरवरी 2023 को USA की JPL (जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी) से इसे भारत के लिए खाना कर दिया गया।
5. हाल ही में जारी ग्लोबल क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर इंडेक्स-2021 भारत को ‘नेशनल एक्रेडिटेशन सिस्टम’ को कौन सा स्थान प्राप्त हुआ है।
(a) 10
(b) 21
(c) 09
(d) 05
सही विकल्प (d) 05
व्याख्या–
- क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया (QCI) के तहत आने वाली नेशनल एक्रेडिटेशन सिस्टम को हाल ही में जारी ग्लोबल क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर इंडेक्स (GAII) – 2021 में 5वाँ स्थान प्राप्त हुआ। है।
- GQII में दुनिया की 184 इकोनॉमिज को उनके गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे के आधार पर सूची तैयार की गई है जिसमें अलग अलग श्रेणियों में रैक प्रदान की गई है जो निम्न है।
इकोनामी का नाम | GQII Rank | Rank Metrology | Rank Standerdization | Rank Accorditation |
जर्मनी | 01 | 02 | 02 | 1 |
चीन | 02 | 03 | 01 | 3 |
USA | 03 | 01 | 08 | 2 |
UK | 04 | 04 | 04 | 6 |
जापान | 05 | 05 | 03 | 12 |
फ्रांस | 06 | 07 | 06 | 11 |
दक्षिण कोरिया | 07 | 06 | 07 | 17 |
इटली | 08 | 15 | 05 | 4 |
स्पेन | 09 | 13 | 10 | 7 |
भारत | 10 | 21 | 09 | 05 |
- QI(Quality Institutions) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए तकनीकी रीढ़ है जिसमें मेट्रोलाजी मानवीकरण, मान्यता और एक समान मूल्यांकन सेवाएं व्यापारिक भागीदारों के बीच विश्वसनीयता माँद विश्वास को बढ़ाती है।
- GAII मेट्रोलाजी मानकीकरण, प्रत्यायन और सम्बन्धित सेवाओं से जुडी PTB (फिजिकालिश – टेक्निक्स बुंदेसन्सटाल्ट) और फेडरल मिनिस्ट्री फॉर इकोनामिक कोआपरेशन एंड डेवलपमेंट जर्मनी द्वारा समर्थित पहल है।
- QCI – 1860 के सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम XXI के तहत पंजीकृत एक गैर-लाभकारी संगठन हैं President- जक्षय शाह
स्थापना – 1996
6. केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. विरेन्द्र कुमार ने नशामुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत कितने व्यसन उपचार सुविधाओं को राष्ट्र को समर्पित किया ?
(a) 20
(b) 22
(c) 23
(d) 25
सही विकल्प (d) 25
व्याख्या–
- केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार व केंन्द्रीय गृह राज्य मंत्री डॉ. नित्यानन्द रॉय ने नई दिल्ली के डॉ. अम्बेडकर अन्तर्राष्ट्रीय केन्द्र में आयोजित समारोह मे 25 व्यसन उपचार सुविधाओं को देश को समर्पित किया ।
- नशामुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से अब तक 9.45 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाया जा चुका है। देश के 372चिन्हित जिलों में अभियान का नेतृत्व करने के लिए 8000 स्वयंसेवकों का चयन किया गया है। जो मादक पदार्थों के उपयोग के खिलाफ अभियान की गतिविधियों में हिस्सा ले रहे है।
- इस महात्वाकांक्षी ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ का संचालन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय कर रहा है। इस कार्यक्रम का समन्वय राष्ट्रीय औषधि निर्भरता उपचार केन्द्र – एम्स नई दिल्ली द्वारा किया जा रहा है।
7. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 11 फरवरी 2023 को IPS प्रोबेशनर्स के 74वें बैच की अलंकरण परेड समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान किस संस्थान ने पहली बार IPS प्रोबेशनरों को स्नातकोत्तर उपाधि प्रदान किया है?
(a) NALSAR
(b) NFSU- गुजरात
(c) JNU
(d) NFSU –Delhi
सही विकल्प ()
व्याख्या–
- नेशनल एकेडमी ऑफ लीगल स्टडीज एंड रिसर्च NALSAR पहली बार सरदार वल्लभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में 105 सप्ताह का प्रशिक्षण पूरा करने पर IPS प्रोबेशनरों को स्नातकोत्तर की उपाधि प्रदान किया। इसके अलावा विदेशी प्रशिक्षुओं को डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रदान दिया गया।
- 13 December 2022 को NALSAR ने SVPNPA हैदराबाद के साथ न्याय प्रबंधन में एक पाठ्यक्रम शुरु करने के लिए एक MoU साइन किए थे।
- जिसके तहत NALSAR IPS प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण पूर्ण होने पर आपराधिक न्याय प्रबंधन में मास्टर डिग्री और विदेशी प्रशिक्षुओं को आपराधिक न्याय प्रबंधन में डिप्लोमा प्रदान करेगा।
- 11 फरवरी 2023 को आयोजित अलंकरण परेड के मुख्य अधिकारी श्री अमित शाह थे इस बैच में कुल 195 प्रशिक्षुओं में 37 महिलाएं व 29 विदेशी अधिकारी शामिल हैं।
8. नेशनल इंस्टीट्यूट आफ सोवा रिग्या (NISR) ने किस संस्थान के साथ हाई एन्टीट्यूड सिकनेस पर शोध के लिए एक MoU किया?
(a) CSIR
(b) TIFR
(c) CCRH
(d) CRIUM
सही विकल्प (c) CCRH
व्याख्या–
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोवा रिग्पा – लेह ने सेन्ट्रल काउंसिल फार रिसर्च इन होमियोपैथी नई दिल्ली (CCRH) के साथ हाई एल्टीट्यूड सिकनेस पर शोध करने के लिए एक MoU पर हस्ताक्षर किए।
- दोनों संस्थान होम्योपैथिक और सोवा रिग्पा उपचार के साथ हाई एल्टीट्यूड माउण्टेन सिकनेस की समस्या का समाधान करने के लिए सहयोग करेगे।
- हाई एल्टीट्यूड सिकनेस में आमतौर पर समुद्र तल से 2500 मीटर की ऊंचाई से अधिक ऊँचे क्षत्रों में जाने पर ऑक्सीजन की कमी के कारण सिरदर्द, चक्कर आना, थकान, सांस लेने में कठिनाई आदि लक्षण दिखाई देते हैं।
- इसे ही एक्यूट माउण्टेन सिकनेस भी कहा जाता है।
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोवा रिग्पा, आयुष मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्थान है।
- सोवा रिग्पा के बारे में ऐसी मान्यता है कि यह भारत में भगवान् बुद्ध के ज्ञान से उत्पन्न हुआ है। आज भी भारत के हिमालयी क्षेत्रों में यह औषधि प्रणाली प्रचलित है। ।